Friday, September 16, 2016

मैं जा भले रहा हूँ तेरा शहर छोड़ कर

मैं जा भले रहा हूँ तेरा शहर छोड़ कर
पर यकीन कर तुझे अपने साथ हैं ले जाना

जब भी दिल करे मिलने का मुझसे
आंखे बंद न करना बस मेरा नाम लबों पे आना

मैं भी तुझे अपने साथ हर पल रखूँगा
मेरी मुस्कान याद करके तू भी मुस्कुराना

प्यार कभी कम न होगा तेरा ये जानता हूँ
तू दूरियों में भी विश्वास ये मुझपे जताना

न लड़ना न झगड़ना ना मुझसे ज़रा भी रूठना
बस शिकायत हो गर कभी तो मुझसे खुल कर बताना

मैं तोडूंगा नहीं कोई वादा ओ दिलबर
ना किसी कसम को मैंने हैं भूल जाना

तू भी आ जाना उस शहर कुछ वक़्त के बाद
मेरे पास न सही, मेरे साथ ज़िन्दगी ज़िन्दगी बिताना

सब कुछ छोड़ न सको तो कोई बात नहीं
मुझे न छोड़ देना बस प्यार मुझसे निभाना

कि हमदम  तुझसे जुदा मैं हो नहीं सकता
ये बात बस अपने ज़ेहन में ऐसे बिठाना

कि जब भी कोई संदेह हो मुझपे
थोड़ा प्यार बढ़ के मुझे और अपना बनाना।।।।

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