इतनी ग़ज़ल इतने गीत
तुझसे प्यार मेरी जीत
तेरा साथ तेरी प्रीत
काश! इतनी ही होती दुनिया की रीत...!!!
तू ही नाम तू ही मान
तुझसे रोशन सुबह-ओ-शाम
तू ही चाँद तू ही दीप
तू ही मोती तू ही सीप...!!!
its still incomplete....... need suggestions........